आज है विनायक चतुर्थी, जानें मुहूर्त, मंत्र, पूजा विधि एवं महत्व

Vinayak Chaturthi 2022: आज विनायक चतुर्थी है। आज व्रत रखते हैं और गणेश पूजन करते हैं. गणेश जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, संकट दूर होते हैं और जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है। आज विनायक चतुर्थी पर ब्रह्म योग और इंद्र योग बना बना है, वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग सुबह से ही शुरु हो गए हैं। आज का दिन मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के मुहूर्त (Muhurat), मंत्र (Mantra) एवं पूजा विधि (Puja Vidhi) के बारे में।
विनायक चतुर्थी 2022 पूजा का मुहूर्त
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि कल रात 08 बजकर 35 मिनट पर शुरु हो गई थी। आज चतुर्थी तिथि रात 09 बजकर 11 मिनट बजे तक है. आज आप दिन में गणेश जी की पूजा 11:22 बजे से दोपहर 01:43 बजे के मध्य कर सकते हैं।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि एवं मंत्र
- आज प्रात: स्नान के बाद विनायक चतुर्थी व्रत एवं पूजा का संकल्प करें. उसके बाद एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर उस पर गणेश मूर्ति या तस्वीर को स्थापित कर दें. ध्यान रहे कि गणेश जी की पीठ परिवार का कोई सदस्य न देखे।
- गणेश जी का गंगाजल से अभिषेक करें. उसके बाद अक्षत्, लाल फूल, चंदन, रोली, धूप, दीप, गंध, वस्त्र आदि अर्पित करते हुए पूजा करें। फिर मोदक या लड्डू का भोग लगाएं और दूर्वा की 21 गांठ अर्पित करें. इन वस्तुओं को अर्पित करते समय ओम गं गणपतये नम: मंत्र का उच्चारण करते रहें।
- अब गणेश चालीसा और विनायक चतुर्थी व्रत कथा का पाठ करें. फिर पूजा के अंत में गणेश जी की आरती करें। इसके बाद गणेश पूजा का प्रसाद वितरित करें और स्वयं ग्रहण करें।
- विनायक चतुर्थी पर ध्यान रहे कि चंद्रमा का दर्शन नहीं करना है. चंद्रमा के दर्शन करने से मिथ्या कलंक लगते हैं। विनायक चतुर्थी को चंद्रमा दिन में ही निकलता है, इसका ध्यान रखें।
- रात के समय में मीठा भोजन करके व्रत का पारण करें. आपके यहां अगले दिन प्रात:काल में पारण होता है, तो उस समय करें. व्रत में नमक नहीं खाते हैं।